श
ब्दांच्या कोंदणात सजलेल्या कवीकल्पनांना साज चढतो कवीच्या संवेदनाशील सादरीकरणाचा, आविष्काराचा ... आणि मग साकारते रंगतदार मैफल !
एक कहाणी.. | चिन्नु |
ऋतूंचे तराणे.. | रोमा |
गुलाबी फुलोरा | जयवी-जयश्री अंबासकर |
मन | क्रांति |
क्षण | जाह्नवीके |
तुझे इवले पाऊल | बागेश्री |
उत्तर | आनंदयात्री |
करूणाष्टक | जया एम |
गढी | जया एम |