सृ
जनकारी ऋतू, प्रलयकारी ऋतू
धरित्रीच्या रुपाला सजवणारे ऋतू ||
फुलवणारे ऋतू, मिटवणारे ऋतू |
संचिताच्या क्षणांना, नटवणारे ऋतू ||
| ऋतू आयुष्यातले.. | भारती बिर्जे डिग्गीकर |
| पानगळीचे रंग | इन्ना |
| ऋतू रडवा | मुंगेरीलाल |
| ओल्या मातीच्या कुशीत | जागू |
| जाणिवांच्या पलीकडे... | सावली |
| सजणीला भेटायाला, साजणाने यावं तसा... | दिनेशदा |
| मृद्गंध | जाई.साहित्ययात्री |
| स्मरणपर्णे | नंद्या |
| सब कुछ सीखा हम ने, ना सीखी होशियारी | प्रिया |
| रवीन्द्रसंगीतात भेटलेला शरद ऋतू | गायत्री नातू |